शहद और मुलेठी: सर्दी-जकाम का देसी नुस्खा बना ट्रेंड।
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। सर्दी के मौसम के साथ ही सर्दी-ज़ुकाम जैसी मौसमी बीमारियाँ भी दस्तक देने को तैयार हैं। लेकिन इस बार लोग दवाइयों से ज्यादा देसी नुस्खों की ओर रुख कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर हाल ही में एक नया ट्रेंड वायरल हो रहा है—शहद और मुलेठी का मिश्रण।
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2025
क़लम लोक समाचार
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। सर्दी के मौसम के साथ ही सर्दी-ज़ुकाम जैसी मौसमी बीमारियाँ भी दस्तक देने को तैयार हैं। लेकिन इस बार लोग दवाइयों से ज्यादा देसी नुस्खों की ओर रुख कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर हाल ही में एक नया ट्रेंड वायरल हो रहा है—शहद और मुलेठी का मिश्रण। जिसे लोग सर्दी-जुकाम और गले की ख़राश का रामबाण इलाज बता रहे हैं। आइए जानते हैं कि यह देसी नुस्खा क्यों बन रहा है सबकी पसंद और इसे कैसे करें इस्तेमाल।
मुलेठी और शहद: प्रकृति का जादू।
आयुर्वेद में मुलेठी (लिकोरिस रूट) को औषधीय गुणों का खजाना माना जाता है। यह गले की खराश, खांसी और सूजन को कम करने में मदद करती है। दूसरी ओर, शहद एक प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर है। जो इम्यून सिस्टम को मज़बूत करता है। X पर कई यूजर्स ने दावा किया है कि एक चम्मच शहद में चुटकीभर मुलेठी पाउडर मिलाकर दिन में दो बार लेने से सर्दी-ज़ुकाम में तुरंत आराम मिलता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
दिल्ली के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. रमेश शर्मा बताते हैं "मुलेठी में ग्लाइसीराइजिन होता है, जो सूजन और वायरल इन्फेक्शन को कम करता है। शहद के साथ इसका मिश्रण न केवल गले को आराम देता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। हालांकि, वे सलाह देते हैं कि मुलेठी का अधिक सेवन उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही लें तो ज़्यादा बेहतर होगा ।
कैसे बनाएँ और उपयोग करें?
सामग्री: 1 चम्मच शुद्ध शहद, 1/4 चम्मच मुलेठी पाउडर।
विधि: शहद में मुलेठी पाउडर मिलाएँ और अच्छे से मिश्रण तैयार करें। इसे दिन में 1-2 बार चम्मच से चाटें या गुनगुने पानी में मिलाकर पिएँ।
सावधानी : बच्चों और गर्भवती महिलाओं को इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।
क्यों है यह ट्रेंड पॉपुलर?
X पर वायरल वीडियो में कई फिटनेस और वेलनेस इन्फ्लुएंसर्स ने इस नुस्खे को आजमाने की सलाह दी है। कुछ ब्लॉगर का कहना है कि"मैंने इसे एक हफ्ते तक आज़माया और मेरी खांसी पूरी तरह ठीक हो गई। यह सस्ता, आसान और प्राकृतिक है।" इसके अलावा, यह नुस्खा सस्ता और आसानी से उपलब्ध होने की वजह से भी लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
ट्रेंड के साथ सावधानी बरतें।
हालांकि यह नुस्खा प्राकृतिक है, लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि हर किसी के शरीर पर इसका असर अलग हो सकता है। अधिक मात्रा में मुलेठी का सेवन ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है या पोटैशियम लेवल को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, बाजार में मिलने वाला शहद शुद्ध होना चाहिए, क्योंकि मिलावटी शहद से नुकसान हो सकता है।
सर्दी-जुकाम के इस मौसम में अगर आप दवाइयों से बचना चाहते हैं, तो शहद और मुलेठी का यह देसी नुस्खा आज़माने लायक है। लेकिन इसे अपनाने से पहले अपने स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
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