डुमरांव विधायक के नेतृत्व में बिजली स्मार्ट मीटर के ख़िलाफ़ ज़ोरदार प्रदर्शन।

बक्सर (क.लो संवाददाता -) भाकपा-माले ने गुरूवार को बिहार सरकार द्वारा हर जगह जबरन स्मार्ट मीटर लगाने, बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर बक्सर ज़िला मुख्यगलय पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करके अपना रोष व्यक्त किया।
डीएम व बिजली अधिकारियों संग हुई लंबी वार्ता
डुमरांव विधायक डॉ अजित सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में चल रहे रोष प्रदर्शन में बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार व दुर्व्यवहार करने सहित मुकदमा किये जाने के लिए बक्सर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा गया। डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह, वरिष्ठ नेता रामदेव सिंह, बीडीसी मंजू देवी, सामाजिक कार्यकर्ता बसंत पाण्डेय, एपवा नेत्री रेखा देवी के साथ बक्सर किला मैदान से आक्रोश पूर्ण जुलूस का आरंभ हुआ और यह जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए जिला समाहरणालय पहुंचा। समाहरणालय पहुंच कर जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता कामरेड वीरेंद्र सिंह ने किया और संचालन युवा नेता राजदेव सिंह ने किया। इस क्रम में बक्सर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के साथ प्रदर्शनकारीयों की एक लम्बी वार्ता भी हुई।
प्रदर्शन में डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह भी शामिल
सभा को संबोधित करते हुए डुमरांव विधायक सह भाकपा-माले नेता अजीत कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा-जदयू की डबल बुलडोजर सरकार की नीतियों से हर तरफ स्मार्ट बिजली मीटर व बिजली विभाग के मनमौजी अधिकारियों के मनमानेपन से पूरे बिहार में हाहाकार मचा हुआ है। डॉ. अजित ने कहा कि सरकार द्वारा जिले के प्रत्येक ग़रीब परिवार को बीपीएल कोटे से बिजली का कनेक्शन दिया गया था। इसके जगह अब सभी घरों में जबरन स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। हद तो यह है कि अत्यंत गरीब लोग जिनके पास रहने के लिए कच्चा या पक्का मकान तक नहीं है, जो दाने-दाने को मोहताज हैं। उनके यहां भी बिजली विभाग के कर्मियों द्वारा बड़ी ही निर्लज्जता के साथ घर के पास बांस पर या पेड़ पर स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। ऐसे लोग भला इस स्मार्ट मीटर का बिजली बिल कैसे भर पाएंगे?
बिजली विभाग की लापरवाही से ग्रामीण के गधे को हुई थी मौत
डॉ अजित ने सरकार और बिजली विभाग के अधिकारीयों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर पर से लोगों का भरोसा उठ चूका है, ये ग़रीबों पर ज़ुल्म है। विभाग की मनमानी ऐसी है कि स्मार्ट मीटर नहीं लगाने पर पूरी बस्ती या पुरे गांव की ही बिजली काट दी जाती है। गौरतलब है कि बीते 11 सितंबर को रामपुर गांव में बिजली के लोहे के पोल में करंट आने के कारण ददन रजक के गधे की मौके पर ही मौत हो गयी तथा उसे बचाने की कोशिश में दो अन्य लोग धनजी रजक और डिप्टी रजक भी घायल हो गए थे।
What's Your Reaction?






