रोज एक गिलास दूध पिएं, दांत और हड्डियां मजबूत

लैक्टोज इनटॉलरेंस है तो पी सकते हैं कोकोनट या सोया मिल्क
रोज एक गिलास दूध पिएं, दांत और हड्डियां मजबूत

इंसान ने दूध पीना कब शुरू किया, इस पर खूब बहस हो सकती है। लेकिन इंसानों के लिए दूध बेहद फायदेमंद होता है, यह मुद्दा बहस से परे है। दुनिया के ज्यादातर देशों में दूध पीने का चलन है।

यह सब विज्ञान की तरक्की से पहले ही शुरू हो चुका था। जब लोग जंगलों और गुफाओं में रहते थे, तभी से पालतू दुधारू जानवरों का दूध पीने का चलन बना हुआ है। पुराने बरतनों पर रह गई दूध की खुरचन बताती है कि दूध का इतिहास 5 हजार से 8 हजार ईसा पूर्व तक पुराना है। रोज एक गिलास दूध पीने से दांत मजबूत बने रहते हैं, हड्डियों के फ्रैक्चर का जोखिम कम होता है। इसके अलावा मसल्स भी मजबूत होते हैं।

आज ‘सेहतनामा’ में जानेंगे कि रोज दूध पीने से क्या फायदे होते हैं। साथ ही जानेंगे कि-

  • क्यों कैल्शियम का सबसे अच्छा सोर्स दूध ही है?
  • मसल्स पॉवर के लिए दूध इतना फायदेमंद क्यों?
  • क्या यह वजन कम करने में भी फायदेमंद है?
  • किन लोगों को दूध पीने से बचना चाहिए?

दूध है कैल्शियम का सबसे अच्छा सोर्स

हमारा शरीर दूध को सबसे आसानी से पचा पाता है। क्योंकि इंसान जन्म लेने के पहले दिन से ही दूध पी रहा होता है। उसके अंदर इसे पचाने की क्षमता पैदा हो जाती है। दूध में पाए जाने वाले लैक्टोज और दूसरे न्यूट्रिएंट्स इससे कैल्शियम एब्जॉर्ब करने में मददगार साबित होते हैं। दूध में विटामिन-डी भी होता है, जो कैल्शियम एब्जॉर्ब करने में मदद करता है।

जबकि कैल्शियम के दूसरे सोर्स आपको ये बायो-अवेलेबिलिटी नहीं देते हैं। इसलिए कैल्शियम चाहिए तो हमारे शरीर के लिए दूध सबसे अच्छा सोर्स है।

कैल्शियम, बी-12, विटामिन-डी, फाइबर और पोटेशियम जैसे न्यूट्रिएट्स भी मिलते हैं। ये ऐसे न्यूट्रिएंट्स हैं, जिनकी ज्यादातर लोगों में कमी पाई जाती है।

दूध विटामिन ए, मैग्नीशियम, जिंक और थायमिन (बी1) का भी अच्छा सोर्स होता है।

सबसे अच्छा प्रोटीन भी दूध से ही मिलता है

हमारे शरीर के कामकाज, डेवलपमेंट, ग्रोथ और इम्यून सिस्टम के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है। भारत में बहुत से लोग शाकाहारी हैं, इसलिए उन्हें आमतौर पर खाने से उतना प्रोटीन नहीं मिल पाता है। जितने प्रोटीन की किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को जरूरत होती है।

दूध कंप्लीट प्रोटीन माना जाता है, यानी इसमें सभी 9 जरूरी एमिनो एसिड होते हैं, जो शरीर को फंक्शनिंग के लिए चाहिए होते हैं। जो रोजाना दूध का सेवन करते हैं, उनमें उम्र के साथ मसल्स कमजोर होने की समस्या कम देखने को मिलती है।

हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है दूध

दादी-नानी के जमाने से पहले भी कहा जाता रहा है कि दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके पीछे वजह है इसमें हड्डियों को मजबूत बनाने वाले सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स का होना। इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम और प्रोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं।

कैल्शियम को पूरी तरह से एब्जॉर्ब करने के लिए विटामिन-डी, विटामिन-के, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम चाहिए। कमाल की बात ये है कि दूध में यह सबकुछ मौजूद होता है, इसलिए कैल्शियम की पूर्ति के लिए दूध से अच्छा दूसरा सोर्स नहीं हो सकता है।

हमारे शरीर का 99 फीसदी कैल्शियम हड्डियों और दांतों में ही जमा होता है। यही कारण है कि नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक, डेयरी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने वाले लोगों में बोन फ्रैक्चर की समस्या न के बराबर होती है।

एक्स्ट्रा वेट गेन से रोकता है दूध

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक जो लोग दूध का सावन करते हैंष उनमें मोटापा बढ़ने की आशंका कम होती है। इसमें यह भी बताया गया है कि दूध में पाए जाने वाले कई न्यूट्रिएंट्स वजन बढ़ने से रोकते हैं।

दूध में हाई-प्रोटीन होता है, लिनोलेइक एसिड भी होता है। दूध में मौजूद ये दोनों ही तत्व किसी का वजन बढ़ने से रोकते हैं।

मजबूत होता है इम्यून सिस्टम

दूध में सभी जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो किसी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यहां तक कि विटमिन-बी12 भी होता है, ये सब मिलकर हेल्दी इम्यून सिस्टम तैयार करते हैं।

किन लोगों को दूध नहीं पीना चाहिए?

दूध के ढेर सारे फायदे होते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनके लिए दूध जोखिम खड़े कर सकता है।

  • दूध में खास तरह का मीठापन होता है, जिसे लैक्टोज कहते हैं। इसे पचाने के लिए लैक्टेज नाम का एंजाइम चाहिए होता है। जिसके शरीर में इस एंजाइम की कमी हो जाती है उसे दूध पचाना मुश्किल हो जाता है।
  • दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन से कई लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसके चलते स्किन पर चकत्ते या दाने पड़ सकते हैं। इससे एनाफिलिक्सिस तक होने का डर रहता है, जो किसी के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
  • मलाई वाले दूध में सैचुरेटेड फैट होता है, अगर यह ज्यादा मात्रा में लिया जाए तो दिल की बीमारियों का जोखिम खड़ा कर सकता है। अगर किसी का बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत बढ़ा हुआ है, तो उसे बचना चाहिए।

गाय के दूध से समस्याएं हो रही हैं तो प्लांट बेस्ड दूध भी अच्छा विकल्प हो सकता है। क्योंकि प्लांट बेस्ड मिल्क में गाय के दूध की अपेक्षा फैट कम होता है और कम कैलोरीज होती है।

गाय के दूध का विकल्प हैं ये प्लांट बेस्ड मिल्क

  • कोकोनट मिल्क
  • सोया मिल्क
  • राइस मिल्क
  • बादाम का दूध
  • काजू का दूध
  • भांग का दूध
  • ओट मिल्क
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