Kisan Andolan : किसान आंदोलन से सड़कें जाम,  हल निकालने सुप्रीम कोर्ट से लगाई गुहार

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और सम्बंधित राज्य सरकारों को दिया निर्देश 
Kisan Andolan : किसान आंदोलन से सड़कें जाम,  हल निकालने सुप्रीम कोर्ट से लगाई गुहार

Formers Protest नई दिल्ली। लगातार चल रहे किसान आंदोलन के कारण यातायात बाधित होने के साथ-साथ कई विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। दिल्ली नोएडा मार्ग बाधित होने से नोएडा से दिल्ली पहुंचने में जहां 20 मिनट का समय लगता था अब उसकी जगह लगभग 2 घंटे का समय लगता है। इसे लेकर एक याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को मसले का हल निकालने का निर्देश दिया है।

Formers Protest नई दिल्ली। लगातार चल रहे किसान आंदोलन के कारण यातायात बाधित होने के साथ-साथ कई विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।  दिल्ली नोएडा मार्ग बाधित होने से नोएडा से दिल्ली पहुंचने में जहां 20 मिनट का समय लगता था अब उसकी जगह लगभग 2 घंटे का समय लगता है। इसे लेकर एक याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को मसले का हल निकालने का निर्देश दिया है।

 सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक शख्स ने इस संबंध में एक याचिका दायर की है और गुहार लगाई है कि इस समस्या का जल्द से जल्द हल निकाला जाए। याचिकाकर्ता की मांग है कि किसान आंदोलन के कारण नोएडा से दिल्ली को जोड़ने वाली सड़कों पर आवागमन अवरुद्ध हो रहा है। इसकी वजह से आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन सड़कों को जल्द से जल्द खोला जाना चाहिए। 

याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि आखिर अब तक यह सड़कें क्यों बंद है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अपनी समस्या या किसी भी मांग को लेकर प्रदर्शन करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन इससे लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। किसी भी प्रकार के प्रदर्शन से यदि सड़कें ब्लॉक होती है और आवागमन अवरुद्ध होता है तो किसानो को अन्य स्थान पर प्रदर्शन करना चाहिए। 

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 सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार केंद्र सरकार समेत  तीन अन्य संबंधित राज्य सरकारों से भी जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों से कहा है कि वे आपसी तालमेल बनाए और सड़क में ब्लॉक की जो समस्या उत्पन्न हुई है उसे दूर करने का प्रयास करें। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस श्री कौल ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर ही इस समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। चाहे कारण जो भी हो लेकिन सड़कें बंद नहीं होनी चाहिए। इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार को समय मिलना चाहिए। केंद्र हमें इस मसले का समाधान करके जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपी।

 किसान आंदोलन को लेकर भी कोर्ट ने दिया सुझाव  

सुप्रीम कोर्ट ने जहां एक और केंद्र सरकार से समाधान तलाशने की बात कही है तो वहीं दूसरी ओर किसान आंदोलन के बारे में भी टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसानों के पास आंदोलन करने का पूरा अधिकार है लेकिन इससे आवागमन अवरुद्ध नहीं होना चाहिए और ना ही सड़कें ब्लॉक होनी चाहिए। कोर्ट का कहना है कि किसान अपना आंदोलन अन्यत्र भी जाकर कर सकते हैं। कोर्ट में अर्जी दाखिल करने वाली मोनिका अग्रवाल ने कहा था कि नोएडा से दिल्ली तक पहुंचने में सड़क मार्ग से मात्र 20 मिनट का ही समय लगता है लेकिन किसान आंदोलन के लगातार चलने के कारण मार्ग ब्लॉक हो गया है और अब रास्ता बदलने पर लगभग 2 घंटे का समय लगता है। याचिकाकर्ता की अर्जी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसानों की समस्या का समाधान किसी अन्य तरीके से भी किया जा सकता है लेकिन इससे आम लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या या परेशानी का सामना नहीं उठाना पड़े

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