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Kerala Covid news : केरल में लगातार बढ़ते कोरोना केस से मचा हड़कंप
Second wave : कोरोना की पहली लहर में केरल मॉडल की हुई थी तारीफ़, दूसरी लहर में डरा रही लगातार बढ़ते पॉजिटिव मरीजों की संख्या
Corona Virus In Kerala नई दिल्ली।केरल राज्य में लगातार बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों से हड़कंप के हालात निर्मित हो गए हैं। देश में कोरोना के नए मामलों में लगभग 68% मामले केवल केरल से सामने आए हैं। पहली लहर में जिस केरल राज्य के कार्यप्रणाली की जमकर तारीफ हुई थी वहीं दूसरी लहर में लगातार बढ़ रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या ने लोगों में भय का माहौल निर्मित कर दिया है। केरल में लगातार बढ़ते संक्रमित की संख्या से हालात बेकाबू होने लगे हैं। पिछले 6 दिनों में लगभग 130000 नए कोरोना केस ने हड़कंप के हालात निर्मित कर दिए हैं।
Corona Virus In Kerala- नई दिल्ली।केरल राज्य में लगातार बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों से हड़कंप के हालात निर्मित हो गए हैं। देश में कोरोना के नए मामलों में लगभग 68% मामले केवल केरल से सामने आए हैं। पहली लहर में जिस केरल राज्य के कार्यप्रणाली की जमकर तारीफ हुई थी वहीं दूसरी लहर में लगातार बढ़ रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या ने लोगों में भय का माहौल निर्मित कर दिया है। केरल में लगातार बढ़ते संक्रमित की संख्या से हालात बेकाबू होने लगे हैं। पिछले 6 दिनों में लगभग 130000 नए कोरोना केस ने हड़कंप के हालात निर्मित कर दिए हैं।
देश के कई राज्यों में अभी भी हालात काबू में है लेकिन केरल में विपरीत नजारा देखने को मिल रहा है। यहां बढ़ते संक्रमण ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इन सवालों की गहराई में यदि जाए तो ऐसा लगता है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केरल मॉडल फेल हो गया है। आखरी ऐसा क्या हुआ कि देखते ही देखते कोरोना के खिलाफ केरल मॉडल अब हॉटस्पॉट के बदले स्वरूप में नजर आ रहा है?
कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी की कमी
कोरोना की पहली लहर का देश के लगभग सभी राज्यों में कमोबेश एक जैसा असर देखने को मिला था लेकिन केरल राज्य में इसका बहुत कम असर देखने को मिला । कोरोना के खिलाफ केरल मॉडल की दुनिया भर में जमकर तारीफ भी हुई थी। पहली लहर के दौरान केरल में सख्त लॉकडाउन और कम्युनिटी मोबिलाइजेशन के कारण बहुत कम आबादी को ही यह वायरस अपनी चपेट में ले सका था। जून माह में आईसीएमआर (ICMR) द्वारा केरल में किए गए सीरो सर्वे के मुताबिक केवल 44% लोगों में ही एंटीबॉडी पाई गई थी।
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वैज्ञानिकों का कहना है की लोगों में कोरोना के खिलाफ लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता की कमी ही इसके संक्रमण दर के इजाफे के लिए जिम्मेदार है। आईसीएमआर के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विशेषज्ञ रमन गंगाखेड़कर का कहना है कि पहली लहर में केरल में काफी कम लोग प्रभावित हुए थे। इसकी वजह से एक बड़ी आबादी में कोरोनावायरस के खिलाफ एंटीबॉडी नहीं बन पाई थी जिसके चलते अब लोग तेजी से कोरोना के चपेट में आ रहे हैं। देश के एक शीर्षस्थ महामारी विशेषज्ञ का कहना है कि ज्यादा संक्रमण उन इलाकों में दिखाई देगा जहां या तो पहले लोगों को बहुत कम संक्रमण हुआ हो या जहां वैक्सीनेशन कम मात्रा में हुई हो। केरल में यह दोनों कारण ही संक्रमण के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
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