MP Crime News Hindi: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में तीन-तीन हत्याकांड के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। हत्यारोपियों ने घर से बाहर एक आदमी को बुलाकर तलवार के कई वार कर उसे काट डाला, जबकि दो अन्य लोगों को गोलियों से भूनकर मर्डर करने के बाद फरार हो गए। पिता, बेटे और भतीजे की निर्मम हत्या के बाद गांव में टेंशन है।
हत्याकांड के कई घंटे गुजर जाने के बाद भी पुलिस हत्यारोपियों को पकड़ने में सफल नहीं हो पाई है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि कई टीमों का गठन किया जा चुका है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि फरार हत्यारोपियों से जुड़े कई अहम सुराग मिले हैं, हत्यारोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।
तीन-तीन हत्याकांड की यह बनी वजह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि मृतकों द्वारा कार को बछड़े पर चढ़ाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। दमोह जिले के बांसतारखंड़ा गांव में होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा और राजा के बीच विवाद करीब-करीब एक महीने पहले शुरू हुआ था।
राजा ने रमेश का बछड़ा कुचल दिया था, जिसके बाद मारपीट तक की नौबत भी आ गई थी। माहौल गरमाता देख गांववालों ने किसी तरह मामला शांत करवाया था। लेकिन, इस घटना के कुछ दिनों में बाद तीन-तीन लोगों की हत्या कर बदला लिया गया।
हत्यारोपियों ने होमगार्ड जवान रमेश विश्वकर्मा को घर से बाहर बुलाकर तलवारों से कई बार कर हत्या कर दी गई। जबकि, बीच-बचाव में पहुंचे बेटे उमेश विश्वकर्मा और भतीजे रवि विश्वकर्मा पर गोलियों के कई राउंड फायर कर मर्डर कर कर दिया। मर्डर करने के बाद सभी हत्यारोपी मौके से फरार हो गए थे।
मृतकों और हत्यारोपी रिश्तेदार
गांव में तीन-तीन लोगों की हत्या के बाद टेंशन का माहौल है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मृतकों और हत्यारोपी आपस में रिश्तेदार हैं। मामूल विवाद के बाद कहासुनी और मारपीट के बाद इस खौफनाक वारदात घटना को अंजाम दिया गया है।
पुलिस ने बनाई कई टीमें
तीन हत्याकांड के बाद पुलिस भी ऐक्टिव मोड पर आ गई है। तीन-तीन हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस अधिकारियों की कई टीमों का गठन किया गया है। आला अधिकारी खुद इस मामले पर नजर बनाए रखें हुए हैं।